महिला सशक्तिकरण पर बनी फिल्म की अग्निपरीक्षा, निर्माता मोहित साहू कोर्ट जाने की तैयारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की पहली हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 की रिलीज़ 13 जून को होना है। इससे दो दिन पहले सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। केन्द्रीय सेंसर बोर्ड के महिला विरोधी रवैया जानकी टाइटल को लेकर है।
केन्द्रीय फिल्म बोर्ड मुंबई ने एन माही फिल्मस प्रोडक्शन की छत्तीसगढ़ में बनी पहली हिन्दी फिल्म जानकी भाग -1 को रिलीज़ करने के लिए रोक लगा दी है। रोक लगाने का कारण फिल्म का टाइटल है। महिला सशक्तिकरण पर बनी हिन्दी फिल्म जानकी नाम की वजह से सेंसर बोर्ड की आपत्ति की है। सेंसर बोर्ड अपने इस रवैया से हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 को भी अग्नि परीक्षा में ढकेल दिया है। हर बार नारी शक्ति को अग्नि परीक्षा के जाल से गुजरना पड़ता है। वहीं आज हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 को संघर्ष करना पड़ रहा है।
निर्माता मोहित साहू का कहना है की फिल्म रिलीज़ 13 जून को है और सेंसर बोर्ड फिल्म के टाइटल जानकी भाग-1 को लेकर आपत्ति कर रही है। सेंसर बोर्ड यह बता पाने में असमर्थ है की टाइटल को लेकर फिल्मों पर रोक क्यों लगा रहे हैं, उनके पास कोई जवाब नहीं है।
निर्माता मोहित साहू का कहना है की हमारी हिन्दी फिल्म जानकी पारिवारिक और हमारी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा को लेकर बनी है। किसी प्रकार से इसमें धर्म या आस्था को आहत नही है। केवल नारी संघर्ष की कहनी है हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1, तो सेंसर बोर्ड टाइटल को लेकर आपत्ति करना समझ से परे है। और वो भी फिल्म रिलीज़ से दो दिन पहले जब हमने जानकी भाग- 1 के नाम को पूरे भारत वर्ष में बैनर, पोस्टर और मीडिया में भी प्रमोशन कर चुके हैं।
मोहित साहू का कहना है अगर केन्द्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड फिल्म जानकी टाइटल को लेकर अपना रवैया साफ नहीं करती है तो हमें कोर्ट का शरण लेना पडेगा।
मोहित साहू कहते हैं पहले भी महिलाओं को अपने आप को साबित करने के लिए अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ता था और आज भी फिल्म जानकी के रूप में अग्निपरीक्षा से गुजर रहा है। इसके लिए परीक्षा को पास करने के लिए हम कोर्ट में जाएंगे। और एक बाद ही क्यों ना हो हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 एक टाइटल से फिल्म रिलीज़ कर नारी सशक्तिकरण की फिल्म को सम्मान दिखाएगें।
हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 में किसी प्रकार विरोधाभास उत्पन्न नहीं होता है लेकिन फिर भी सेंसर बोर्ड की रवैया से यह साबित होता है कि आज भी नारी को अग्नि परीक्षा देनी होती है जो छत्तीसगढ़ की पहली हिंदी फिल्म जानकी हो। फिर वही अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है मोहित साहू का कहना है की फिल्म 13 जून रिलीज़ होना है लेकिन अगर सेंसर अपने 15 दिन बाद हो चाहे एक महीना बाद हो हिन्दी फिल्म जानकी भाग- 1 को रिलीज तो उन्हें इसी टाइटल के नाम से ही होगा। हमें नारी के सम्मान के लिए कोर्ट जाना क्यों ना पड़ जाए अग्नि परीक्षा में जानकी फिर एक बार सफल रहेगी।
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